सूरत: कोर्ट में गवाही देने आई किशोरी बेहोश हो गई, सब इंस्पेक्टर कंधे पर उठाकर दौड़ते हुए एंबुलेंस तक ले गए

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सूरत: कोर्ट में गवाही देने आई किशोरी बेहोश हो गई, सब इंस्पेक्टर कंधे पर उठाकर दौड़ते हुए एंबुलेंस तक ले गए
सूरत: अदालत में बेहोश किशोरी को सब इंस्पेक्टर कंधे पर उठाकर तीसरी मंजिल से सीढ़ियां उतरते हुए गेट के पास खड़ी एंबुलेंस तक ले गए।
सूरत 27 अक्टूबर
कांतिलाल मांडोत
कोर्ट में काम से आए सब इंस्पेक्टर की नजर किशोरी पर पड़ी
युवती को कंधे पर रखकर 200 मीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक ले गए
अदालत में गवाही देने आई किशोरी कोर्ट रूम में बेहोश होकर गिर गई। अदालत में काम से आए रांदेर थाने के सब इंस्पेक्टर बिपिन परमार युवती को कंधे पर रखकर 200 मीटर दौड़ते गेट पर खड़ी एंबुलेंस तक ले गए। युवती को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया। कोर्ट में मौजूद लोगों ने पुलिस के काम की खूब सराहना की।
अठवालाइंस में स्थित कोर्ट बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर पॉक्सो केस की खास अदालत में शुक्रवार को माता और पीड़ित 15साल, 5 माह की बेटी गवाही देने आई थी। माता ने अदालत को पहले ही बताया था कि बेटी की तबीयत खराब है। कोर्ट ने शिकायतकर्ता की मां से कहा कि पीड़िता के स्वास्थ्य को देखते हुए वह अपनी गवाही टाल दे, लेकिन लड़की की मां ने कहा कि अगर आज दोनों की गवाही पूरी हो जाती है तो दोनों की गवाही ले ली जाए। गवाही शुरू होने से पहले ही बेटी बेहोश होकर गिर गई। 108 एंबुलेंस को फोन करके कोर्ट परिसर में बुलाया गया। रांदेर थाने के सब इंस्पेक्टर बीएस परमार थाने के अन्य पुलिसकर्मी एसएन परमार के बदले कोर्ट में आए थे। इसी बीच उनकी नजर बेहोश किशोरी पर पड़ी। सब इंस्पेक्टर परमार लिफ्ट का इंतजार किए बगैर किशोरी को कंधे पर उठाकर तीसरी मंजिल से सीढियां उतरते हुए तुरंत गेट के बाहर खड़ी एंबुलेंस तक ले गए। बता दें, सब इंस्पेक्टर परमार 50 किलो वजन की किशोरी को कंधे पर उठाकर दौड़ते हुए सीढ़ियां उतरकर गेट पर खड़ी एंबुलेंस तक लेकर आए थे। कोर्ट में मौजूद लोगों ने पुलिस के इस काम की खूब सराहना की। सिविल में भर्ती किशोर की तबीयत ठीक बताई जाती है।
ये है मामला: बहन के घर आई किशोरी पर पड़ोसी ने दुष्कर्म किया था
उत्तर प्रदेश की रहने वाली किशोरी कुछ महीने पहले सचिन में रहने वाली अपनी बहन के घर आई थी। उसके गांव का रहने वाला विनोद पुत्र अमृतलाल पासवान भी सचिन में रहता था। विनोद किशोरी को अपने प्रेमजाल में फंसाने के बाद अगवा करके दुष्कर्म किया था। इस बारे में सचिन थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। पॉक्सो कोर्ट में केस चल रहा है। किशोरी अपनी मां के साथ अदालत में गवाही देने आई थी और बेहोश हो गई।
दूसरे सब इंस्पेक्टर की जगह भूल से बिपिन परमार आए थे अदालत
कोर्ट की ओर से रांदेर थाने के सब इंस्पेक्टर परमार को अदालत में बुलाया गया था। रांदेर थाने में परमार सरनेम के दो पुलिसकर्मी हैं। एसएन परमार को कोर्ट जाना था, जबकि उनकी जगह बिपिन परमार गए थे। अदालत पहुंचे बिपिन परमार ने किशोरी की जान बचाई। सब इंस्पेक्टर परमार ने बताया कि किशोरी का शरीर ठंडा पड़ रहा था, उसे उस हालत में छोड़ना या लिफ्ट का इंतजार करना ठीक नहीं था।

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