विदेशी धरती पर पोषित आतंकवाद अब भारत नही सहेगा*

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*विदेशी धरती पर पोषित आतंकवाद अब भारत नही सहेगा*
भारत पाकिस्तान के संघर्ष विराम में भारत ने वो सबकुछ पा लिया है,जिसकी कल्पना भी नही की गई थी।पहलगाम आतंकी घटना के बाद ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने एक देश के रूप में पाया है वह बहुत बड़ा है।भारत ने इसके पूर्व आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में एयर स्ट्राइक भी इसी सरकार ने की है।मोदी के पहले पूर्ववर्ती सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कोई कार्यवाई नही की थी।सेना को पहले गोली चलाने का भी आदेश नही था।इसलिए आतंकी फौजी पर सीधा हमला करते थे।
भारत ने यह संकल्प दोहराया है कि आतंकवाद नही रुका तो फिर घर मे घुसकर मारेंगे।पहलगाम की घटना के बाद मोदी से देश की अपेक्षा थी।और देश यह देखना चाहता था कि मोदी सरकार आतंकी घटना के बाद क्या कार्यवाई करती है।लिहाजा देश ने बडी कार्यवाई करते हुए आतंकी घटना के बाद सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर मारा है।ऑपरेशन सिंदूर की इस ऐतिहासिक घटना में सौ से ज्यादा आतंकवादी मारे गए है। और 35से40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।जिसमे अधिकांश आतंकवादी भारत के मोस्टवांटेड थे।पाकिस्तान को अब पता लग चुका है कि भारत अब आतंकवाद नही सहेगा।जिस तरह दुनिया मे एक तुर्किये ने पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए राजी हुआ,उसके बाद पाकिस्तान का मनोबल टूट गया।आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया पाकिस्तान के खिलाफ है।सरकार ने यह संदेश दिया है कि आतंकवाद की घटना को युद्ध समान माना जाएगा। उसी के अनुरूप माना जायेगा।संघर्ष विराम से पहले भारत ने अपनी शर्त जाहिर कर दी।सिंधु जल पर अभी सहमति नही बनी है।अभी बारिश की सीजन है।इस वर्ष पाकिस्तान को पानी की इतनी परेशानी नही होगी।लेकिन दिवाली के समय मे गले तर करने के लिए पानी नही मिलेगा।तब पाकिस्तान को समझ आएगा।
उस समय भारत की एक ही शर्त होगी कि आतंकवादियों को भारत के हवाले किया जाए।भारत अब अपने हितों को साधने का ही कार्य करेगा।भारत ने खोया कुछ भी नही है,इस ऑपरेशन सिंदूर से पाया ही पाया है।पाकिस्तान कश्मीर का राग अलापना भी बन्द कर देगा। अमेरिका दक्षिण एशिया में अपना वर्चस्व स्थापित कर कश्मीर की मध्यस्थता करना चाहता है,लेकिन भारत ने दो टूक जवाब दे दिया है।यह भारत का आंतरिक मसला है।दरअसल,भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के खिलाफ दिखाया था,वह अद्भुत था।पाकिस्तान की घबराहट दुनिया साफ देख पा रही थी।इस बीच चीन छुपारुस्त की भूमिका में था।वो देखना चाहता है कि भारत के पास आधुनिक मिसाइलें की मारक क्षमता कितनी है।इस पर चीन की चीटीपीटी घूम हो गई है।सैनिकों की दृढ़ संकल्प,सटीक रणनीति और कुशल नेतृत्व के साथ पाकिस्तान पर कार्यवाई की थी,वह अकल्पनीय थी।भविष्य में आतंकी मुह उठाने के लिए सौ बार विचार करेंगे।भारत ने आतंकियों पर कार्यवाई की थी,लेकिन पाकिस्तान को उकसावे के कारण युद्ध जैसे हालात बन गए।देश के अंदर अब राजनैतिक जंग शुरू होने वाला है।
विपक्षी दल अपने अपने विचारों और रंगमंच के सरताज बनने के लिए मीडिया के समक्ष हमला जरूर बोलेंगे।लेकिन सैनिकों की इस कार्यवाई पर कुछ नही बोलेंगे।मोदी सेना की हर कार्यवाई पर चट्टान की तरह खड़े दिखे।नागरिकों पर हो रहे हमले पर भारत सटीक रवैया अपनाएगा।भारत किसी भी तरह आतंकवाद को सहेगा नही।वैश्विक स्तर पर भारत ने यह संदेश दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ हर कार्यवाई करने में सक्षम है।भारत कभी भी पीछे नही हटेगा।आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता जताई गई है। नतीजतन,भारत आतंकवाद को अब कभी नही सहन करेगा।पाकिस्तान को अब पोषित आतंकवाद पर विराम लगाने की महति जरूरत है,नही तो पाकिस्तान को बहुत कुछ सहन करना पड़ सकता है।पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि अमेरिका बार बार संघर्ष विराम के लिए अपील नही करेगा।इसलिए आतंकवाद को पालना पोसना बन्द कर देना चाहिए।
*कांतिलाल मांडोत*

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