महाविद्यालय शिक्षा में कार्यरत व्याख्याता के पदोन्नति का अवसर प्रदान किया गया*

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*महाविद्यालय शिक्षा में कार्यरत व्याख्याता के पदोन्नति का अवसर प्रदान किया गया*
कांतिलाल मांडोत
उदयपुर 9 मार्च
संगठन का लंबा संघर्ष रंग लाया, अंततः आर वी आर ई एस शिक्षकों का पदनाम व्याख्याता से सहायक आचार्य, सह आचार्य एवं आचार्य किए गए। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान (उच्च शिक्षा) के महामंत्री डॉ. रिछपाल सिंह ने बताया कि संगठन के अथक प्रयासों से तत्कालीन सरकार ने 1 फरवरी 2018 को राजस्थान महाविद्यालय शिक्षा सेवा में कार्यरत व्याख्याता का पद नाम सहायक आचार्य एवं सहआचार्य किया गया साथ ही CAS के तहत सह आचार्य से आचार्य पद पर पदोन्नति का अवसर भी प्रदान किया गया। इस नोटिफिकेशन के साथ ही संगठन ने RVRES संवर्ग के महाविद्यालय शिक्षकों का पदनाम भी सहायक आचार्य, सह आचार्य करने एवं CAS के तहत सह आचार्य से आचार्य पद का लाभ देने के लिए सरकार पर दबाव बनाना प्रारम्भ कर दिया। वर्तमान सरकार के गठन के साथ ही संगठन ने प्रकरण को प्राथमिकता से लेते हुए सभी भेंट वार्ताओं के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री के समक्ष तथ्यों के साथ इस प्रकरण को रखा तथा शीघ्रताशीघ्र समाधान करने का आग्रह किया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार बहरवाल ने बताया कि संगठन के प्रयासों के चलते विधानसभा के बजट सत्र में 19 जुलाई 2024 को उपमुख्यमंत्री ने RVRES शिक्षकों के पदनाम सहायक आचार्य, सह आचार्य एवं आचार्य करने की घोषणा की थी, 6 मार्च को सदन में पुनः उप मुख्यमंत्री ने RVRES शिक्षको के पदनाम बदलने की घोषणा कर सरकार का सकारात्मक मंतव्य जाहिर किया। संगठन के लगातार प्रयासों एवं सरकार की सकारात्मक सोच के चलते 8 मार्च, 2025 को आयोजित राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक में RVRES संवर्ग के महाविद्यालय शिक्षकों का पदनाम सहायक आचार्य, सह आचार्य एवं आचार्य करने के निर्णय पर मोहर लग गई है। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान (उच्च शिक्षा) RES संवर्ग एवं RVRES संवर्ग शिक्षकों के पदनाम में भेद को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त करता है तथा अपेक्षा करता है कि संवेदनशील राज्य सरकार शीघ्र ही अन्य लंबित प्रकरणों का निस्तारण करेगी ।

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