कांग्रेस राहुल को जातिवार गणना में नया नायक बनाने के लिए जुटी*

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*कांग्रेस राहुल को जातिवार गणना में नया नायक बनाने के लिए जुटी*
जातिवार जनगणना कराने के लिए मोदी सरकार राजी हुई है।इसका श्रेय कांग्रेस लेना चाह रही है।मोदी ने जाति जनगणना की घोषणा करने के बाद कांग्रेस ने राहुल को सामाजिक न्याय का नायक बनाने के लिए जुट गई है।विपक्ष बार बार मोदी को जातिगणना का मुद्दा उठाकर घेरती आ रही है।कांग्रेस द्वारा बार बार मुद्दा उठाने पर भाजपा ने जाति गणना की घोषणा नही की है।कांग्रेस जातिवार गणना का पूरा श्रेय भाजपा के पहले लेना चाहती है।उसके अनुरूप देश मे उहापोह मचा रहीं है।मोदी की घोषणा के बाद राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर कांग्रेस की जीत करार देते हुए कहा कि कांग्रेस हर हालत में जाति जनगणना के पक्ष में रही है।
बार बार जातिवार गणना से भाजपा को घेरती आ रही कांग्रेस ने इसका श्रेय राहुल को देते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को नायक बनाने के लिए मैदान में उतर चुकी है।कांग्रेस सियासी विमर्श का सेहरा अपने नेता राहुल के सिर बांधना चाहती है।कांग्रेस जातिगत गणना की कोई कसर नही छोड़े जाने की वकालात कर राहुल को महानायक बनाने के लिए शोर मचा रही है। नतीजतन,कांग्रेस अपनी जीत करार दे रही है।वही मोदी जातिवार गणना देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण मान रही है।कांग्रेस स्वार्थ के लिए सरकार से आरक्षण की राजनीति को पटरी पर लाने की बात दोहराई जा रही है,वही भाजपा इस मुहिम को विकास से जोड़कर देख रही है।एक दल की विचारधारा वोटबैंक की धुरी को गतिवान बनाना है तो दूसरा दल आम नागरिकों को फायदा मिले और जनता को मुख्यधारा से जोड़ते हुए देखने की चाह है।
कांग्रेसअगले कदम पर 50 प्रतिशत आरक्षण को कम करने के लिए संविधान में संशोधन की आवाज बुलंद करेगी । दरअसल,भाजपा सत्तारूढ़ पार्टी है,इनके एजेंडे में यह बात आई है कि जातिवार गणना देश हित मे है।इसी के आधार पर मोदी ने घोषणा की है। इस मुद्दे के साथ ही कांग्रेस के पास दूसरा मुद्दा पहलगाम की आतंकी घटना है।इसको लेकर भाजपा को पाकिस्तान पर कार्यवाई करने के लिए दबाव बनाया जाएगा।पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर पाकिस्तान के विरुद्ध ठोस कार्यवाही की भी मांग करेगी।कांग्रेस की मंशा है कि पहलगाम आतंकी हमला और पीड़ितों के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग दोहराने के लिए भाजपा पर दबाव बनाया जाएगा।कांग्रेस को मुद्दा मिल गया है।लेकिन कांग्रेस पीड़ादायक मामले को उछालकर सत्तारूढ़ दल को घेरती दिखाई देगी।यह संवेदनशील मामला है।कांग्रेस के हाथ अब दो अहम मुद्दे आने के कारण राहुल सुर्खियों में है।पहलगाम में मारे गए शुभम के परिजनों से राहुल ने मुलाकात कर आतंकवाद के सरंक्षण पाकिस्तान पर सख्त कार्यवाई करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
जातिवार गणना की घोषणा को विपक्ष सबसे बड़ी जीत मान रही है।इसकी जीत के पीछे राहुल की लगातार लामबंदी का ही नतीजा है।कांग्रेस कुछ नया करने के बाद उसका श्रेय का ढोल पिटती रहती है।लेकिन देश की आजादी के पहले जातिवार गणना हुई थी।उसके बाद देश मे कांग्रेस की ही सरकार थी,लेकिन जातिवार गणना कराना ठीक नही समझा।क्योकि विपक्ष उस समय मजबूत नही था।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप मढ़ते हुए आरएसएस और जनसंघ को आरक्षण के खिलाफ बताया।कांग्रेस कहने से पहले विचार क्यो नही करती है कि हमारा भो लम्बे समय तक इस देश मे शासन रहा है।हमने क्या किया और हमने क्या खोया?यह मंथन कांग्रेस के लिए अति आवश्यक है। कांग्रेस सत्ता मेंहोते हुए यह पहल क्यो नही की थी।कांग्रेस जातिवार गणना का गर्व महसूस कर रही है।उसका श्रेय राहुल को दे रही है।पिछड़े और आदिवासियों की हमेशा अनदेखी करने वाले हितैषी कैसे हो सकते है।कांग्रेस का कहना है कि 50 प्रतिशत आरक्षण हटाने के लिए संविधान संशोधन की मांग कर तमिलनाडु में 69 प्रतिशत आरक्षण लागू है।संविधान की नौंवी अनुसूची जाति का हवाला दिया जाएगा।कांग्रेस जातिवार गणना का सेहरा राहुल के सिर बांधना चाहती है।लेकिन जनता जनार्दन का निर्णय ही अंतिम निर्णय है।
कांतिलाल मांडोत*

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