नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे 9974940324 8955950335 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , ढूंढ हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल* – भारत दर्पण लाइव

ढूंढ हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल*

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

  ढूंढ हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल*

परम्परागत राजनीति के व्याकरण को बदल देने का भ्रम पालने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब ढूंढ पेड़ ही रह गए है।नेतृत्व की ताकत उनसे निकल गई।ऐसा नही होता तो कपिल मिश्र के गंभीर आरोपो पर उनके समर्थक सड़क पर उतर आते।एक जन आंदोलन में विश्वासघात कर सत्ता की राजनीति के लिए जब आप पार्टी बनाई गई तो तभी से उसका क्रमिक क्षरण प्रारंभ हो गया।पांच बार ईडी ने समन भेजने के बाद कानून को मुट्ठी में रखने का सपना संजोए केजरीवाल ईडी के दफ्तर नही जा रहे है।ईडी पर निशाना साधते हुए कहा कि ईडी भाजपा के इशारों पर कार्य कर रही है।निष्पक्ष जांच ऐजेंसी ने केजरीवाल को तथाकथित शराब घोटाले पर पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया गया है।भारत की अदालतों और कानून का स्पष्ट नियम है कि दोषी भले ही छूट जाए,लेकिन निर्दोष को सजा नही होनी चाहिए।इसको ध्यान में रखकर केजरीवाल को जांच एजेंसियों की पूछताछ में मदद करनी चाहिए।

शुरुआती दौर में आप को समाज मे गरिमामय स्थान मिला था।लेकिन केजरीवाल के जूठे वादे और जनता को गुमराह करने से प्रजातंत्र के हिमायतियो ने जुठ को बाहर निकाल फेंका है।
जिस अन्ना के कंधे पर सवार होकर अरविंद केजरीवाल नेता बने,उन्हें भुला दिया।जेल मे बन्द भ्रष्टाचारियो को भगतसिंह जैसे शूरवीरों के साथ तुलना करने वाले भूल गए थे कि उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए कुर्बानी दी दी।हम उनके पैर की धूल की बराबरी नही कर सकते है। ये वो ही केजरीवाल है जिन्होंने कहा था कि 75 साल बाद देश को एक ऐसा शिक्षा मंत्री मिला है जिसने गरीबो को अच्छी शिक्षा देकर सुनहरे भविष्य की उम्मीद जगाई।अरविंद केजरीवाल साहस कर चले तो भी उनका डूबना तय है।कितने दिन ईडी को गुमराह किया जाएगा।केजरीवाल चतुर है ।लेकिन देश उनको धूर्त मानने लगा है।अरविंद केजरीवाल की राजनीति विनाशक है।दिल्लीवासियों को मालूम था कि वे आदर्श सरकार चलाएंगे।वे नया रास्ता बनाएंगे।लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे उनके नेताओ को बचाने में ऐड़ी चोटी का जोर लगाया,लेकिन जो कानून में प्राविधान था।वैसा ही हुआ।

अरविंद केजरीवाल की नकारात्मक और मोदी से लड़ना ही उनकी प्राथमिकता थी।अगर आप ईमानदार रहते और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते तो आप की यह दुर्दशा नही होती,जो हो गई है।कुम्हार के यहाँ मटका लेने जाने वाले ग्राहक ठोक बजाकर खरीदते है क्योंकि घर जाने के बाद फूटा निकल गया तो क्या होगा।हम तो इंसान है इंसान को परखने की शक्ति हर व्यक्ति में विधमान है।हेमंत सोरेन की जो दशा हुई है।वह हम सबके सामने है।सत्यनिष्ठ व्यक्तित्व पर अंगुली उठाने वाले यह भूल जाते है कि एक अंगुली सामने वाले पर निशाना साध रही है,लेकिन चार अंगुली हमारे को निर्देशित कर रही है। सत्य को साक्षी की जरूरत नही होती है।

                                            कांतिलाल मांडोत                 

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930