सूरत: दो सरकारी स्कूलों के 2000 बच्चे साल से नागरिक सुविधा केंद्र में जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं

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सूरत: दो सरकारी स्कूलों के 2000 बच्चे साल से नागरिक सुविधा केंद्र में जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं
सूरत 18
नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के दो स्कूलों . के करीबन 2000 बच्चे पिछले दो साल से नागरिक सुविधा केंद्र में जमीन पर बैठकर पढ़ रहे हैं। विकास की लंबी-लंबी बातें करने वाली महानगर पालिका ने स्कूल की जर्जर बिल्डिंग को तोड़ने के बाद अभी तक इसे बनाया ही नहीं है। लिंबायत जोन के मीठी खाड़ी और डंभाल टेनामेंट के दो स्कूल क्रमांक 74 और 234 की बिल्डिंग जर्जर हो गई थी। महानगर पालिका ने एक स्कूल की बिल्डिंग को 2017 और दूसरे को 2021 में तोड़ दिया था। दोनों स्कूलों में पढ़ने वाले करीबन 2000 बच्चों को बंद पड़े नागरिक सुविधा केंद्र में शिफ्ट किया गया था। यानी बंद नागरिक सुविधा केंद्र को स्कूल बनाया गया था। यहां बेंच न होने के कारण बच्चे जमीन पर ही बैठकर पढ़ रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व पार्षद असलम साइकिलवाला ने कहा कि गरीब और अल्पसंख्यक समाज के बच्चों के साथ घोर अन्याय हो रहा है। लिंबायत जोन ने नया स्कूल बनाने के लिए जर्जर दोनों स्कूलों को तोड़ दिया था। विडंबना यह है कि अभी तक नए स्कूल की नींव तक नहीं रखी गई। बच्चे नागरिक सुविधा केंद्र में भेंड़-बकरी की तरह जमीन पर बैठकर पढ़ रहे हैं। दोनों को स्कूलों को जल्द बनाया जाना चाहिए।

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