नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे 9974940324 8955950335 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक में कांच तोड़कर गाड़ियों में चोरी करने वाले बाप-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया – भारत दर्पण लाइव

गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक में कांच तोड़कर गाड़ियों में चोरी करने वाले बाप-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक में कांच तोड़कर गाड़ियों में चोरी करने वाले बाप-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया

चोरी के 200 से अधिक मामलों में शामिल, अब तक 1000 गाड़ियों के कांच तोड़कर चोरी कर चुके हैं

क्राइम ब्रांच ने दोनों से चोरी की रिवॉल्वर समेत 5 लाख, 51 हजार रूपए का सामान जब्त किया है।
सूरत 2 नवम्बर
कांतिलाल मांडोत
सूरत समेत गुजरात के कई शहरों में पेचकस से कार का कांच तोड़कर म्युजिक सिस्टम, लैपटॉप समेत कीमती सामान चुराने वाले बाप-बेटे को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। बाप-बेटे गुजरात के अलावा महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी यही तरकीब अपनाते हुए कारों से कीमती सामानों की चोरी कर चुके हैं। चोरी के 200 अधिक मामलों में शामिल अंतरराज्यीय गिरोह के शातिर बदमाश बाप-बेटे को क्राइम ब्रांच ने लोडेड पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया है। सूरत क्राइम ब्रांच ने बड़ौदा ग्रामीण पुलिस के साथ ऑपरेशन चलाकर दोनों को करजण से गिरफ्तार किया है।
बता दें, पिछले कुछ दिनों से शहर में गाड़ियों के कांच तोड़कर चोरी करने के मामले बढ़ गए थे। इस पर अंकुश लगाने के लिए क्राइम ब्रांच ने अलग-अलग टीम बनाई थी। टीम वर्कआउट पर थी, तभी खुफिया जानकारी मिली कि गाड़ियों के कांच तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह के दो बदमाश करजण के पास नवजीवन होटल में ठहरे हुए हैं। सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने करजण थाने की पुलिस को साथ लेकर नवजीवन होटल से 55 वर्षीय जमील मोहम्मद कुरैशी( महाराष्ट्र के पुणे जिले का मूल निवासी और हाल में नवी मुंबई के तलोजा में रहता है) और उसके 27 साल के बेटे साहिल कुरैशी को गिरफ्तार किया। क्राइम ब्रांच ने इनके पास से महाराष्ट्र पासिंग की एक कार बरामद की है। दोनों की तलाशी लेने पर एक लोडेड पिस्तौल, 7 कारतूस, 16 म्युजिक सिस्टम, दो लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किया है।
कमाई: चोरी का सामान मुंबई के चोर बाजार में ले जाकर बेचते थे
बाप-बेटे अपनी कार लेकर गुजरात के अलावा महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, नासिक और कर्नाटक, बेंगलुरू समेत बड़े-बड़े शहरों में जाकर होटलों में ठहरते थे। रैकी करने के बाद पेचकस से कांच तोड़कर कार के अंदर से म्युजिक सिस्टम, लैपटॉप समेत कीमती सामानों की चोरी करते थे। एक शहर में 8 से 10 कारों में चोरी करने के बाद फरार हो जाते थे। चोरी के उन सामानों को मुंबई के चोर बाजार में ले जाकर बेचते थे। यही इनकी कमाई का जरिया था। चोरी के पैसों से बाप-बेटे मौज-मस्ती करते थे।
वारदात: अलग-अलग शहरों में अब तक 1000 कारों के कांच तोड़ चुके हैं
पुलिस की पूछताछ में बाप-बेटे ने बताया कि राजकोट में एक कार का कांच तोड़कर बैग की चोरी की थी। उन्हें बैग से रिवॉल्वर मिला था। राजकोट और अहमदाबाद शहर से लैपटॉप चुराने की बात भी कबूल की है। पुलिस ने बताया कि बाप-बेटे शातिर अपराधी हैं। गुजरात के अलग-अलग शहरों में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। प्राथमिक पूछताछ में 150 से अधिक मामलों में उनके शामिल होने और 1000 से अधिक गाड़ियों के कांच तोड़कर म्यूजिक सिस्टम चुराने की बात सामने आई है।
बरामदगी: क्राइम ब्रांच ने 5लाख, 51हजार रूपए का सामान जब्त किया
पुलिस ने राजकोट से चुराई गई रिवॉल्वर बरामद कर ली है। इसकी कीमत 90,000 रूपए आंकी गई है। इसके अलावा 1400 रूपए कीमत के 7 कारतूस, 3,00,000 की कार, 1,15,000 रूपए कीमत के 16 म्यूजिक सिस्टम, 15,500 रूपए के दो मोबाइल फोन समेत कुल 5 लाख, 51हजार रूपए का सामान बरामद किया है।
अपराध: बाप-बेटे गुजरात-महाराष्ट्र में 50 से अधिक मामलों में पकड़े जा चुके हैं
क्राइम ब्रांच ने बाप-बेटे को गिरफ्तार करके सूरत समेत गुजरात के अलग-अलग शहरों में दर्ज चोरी की 75 से अधिक वारदातों की गुत्थी सुलझाई है। दोनों के आपराधिक रिकार्ड की बात करें तो 50 से अधिक बार पकड़े जा चुके हैं। जमील मोहम्मद कुरैशी 36 और साहिल कुरैशी को 15 मामलों के गिरफ्तार हो चुके हैं। ये सभी मामले गुजरात के राजकोट, आणंद, अहमदाबाद, गांधीधाम, महाराष्ट्र के नवी मुंबई, पुणे जैसे शहरों के पुलिस थानों में दर्ज हैं
चालाकी: कार में लगा सायरन न बजे, इसलिए पेचकस से कांच तोड़ते थे
पुलिस ने बताया कि बाप-बेटे शातिर अपराधी हैं। चोरी करने से पहले कार का सिलेक्शन करते थे, फिर पेचकस से कांच तोड़कर अंदर रखे सामान की चोरी करते थे। गाड़ियों का दरवाजा नहीं खोलते थे। दरवाजा खोलने पर उसमें लगे सायरन के बजने से पकड़े जाने का डर था।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

February 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
2425262728