प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर बढ़ी दुनिया मे हलचल,अमेरिका मोदी की मुलाकात के लिए बैचेन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर बढ़ी दुनिया मे हलचल,अमेरिका मोदी की मुलाकात के लिए बैचेन
मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर तैयारियो पर तेजी से काम चल रहा है।पूरी दुनिया मे मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन की मुलाकात पर चर्चा आमबात है।महीनों से तैयारी कर रहे अमेरिका के लिए मोदी किसी मिशन से कम नही है।भारतीय संस्कृति का कायल यूएस मिलकर जेट,सैन्य,वाहन व रक्षा उपकरण बनाने के मसौदे को मूर्तरूप दिया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान बाइडन की बैठक में रूस यूक्रेन के जंग की बातचीत पर फोकस हो सकता है।यूक्रेन को भरोसा है कि भारत इस विकट परिस्थितियों में सहयोग प्रदान कर किसी से नही सुलझने वाली समस्या को भारत सदा सदा के लिए निपटा सकता है।रूस और भारत दोनों मित्र देश है।रूस भारत से राजनयिक रिस्ते मजबूत रखता आ रहा है।यूक्रेन संकट के लिए भारत को आग्रह किया जाता है तो मोदी इस मुद्दे को महत्वपूर्ण मानकर रूस से युद्ध विराम का आग्रह कर सकते है।उसके लिए भारत द्वारा बताए मार्ग का रूस अनुसरण कर सकता है।रूस और यूक्रेन की इस भीषण जंग में पश्चिमी देशों के लिए खाद्य संकट खड़ा कर दिया है।वैश्विक खाद्य असुरक्षा तेजी से बढ़ रही है।अमरीकी दौरे के बाद मोदी मिस्र की यात्रा कर सकते है।इन दोनों देशो की मुलाकात के पश्चात भारत और मिस्र के राजनयिक संबंधों की ऊंचाई दुगुनी हो जाएगी।
भारत ने विश्व समुदाय से अच्छे संबंध बनाए है जिसकी उपयोगिता आने वाले समय मे महसूस की जाएगी।मोदी ने भारत से अनेक देशों को जोड़कर उनको भारतीय संस्कृति के मुरीद बना दिया है।दशक पहले भारत गरीब देश कहलाता था।एकाएक आए परिवर्तन से भारत की ताकत बढ़ते ही दुनिया के देशो ने भारत की छवि बदल गई ।दरअसल, भारत और अमेरिका अपनी साझा जरूरतों के लिए तकनिकी के लिए मिलकर काम करेंगे।भारत पर आफरीन अमेरिका अब हिन्दू रास्ट्रपति बनाने के लिए तैयार है।यह भारत की राजनयिक मजबूती और संस्कृति के उदाहरण है ।भारत और अमेरिका की बढ़ती ऊंचाइयों को नए रूप रंग में ढालने के मिशन को अमेरिका धार देता हुआ दिखाई दे रहा है।जिसकी हम कल्पना भी नही कर सकते है।क्योंकि क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर भारत और अमेरिका एक ही मंच साझा कर रहा है ।
भारत और अमेरिका स्टार्टअप पर एक साथ काम करने और दोनों देशों के स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है।साझा जरूरतों पर काम करने और मिशन को आगे बढ़ाने के लिए डिफेन्स इनोवेशन के लिए दोनों देशों के बीच करार हो सकते है।हिन्दू हितैषी गुट बनाने के लिए अमेरिका में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमें हिन्दू फोबिया को दूर करने की रणनीति बनाई।हिन्दू के मुद्दों पर अमेरिका में बैठक का आयोजन किया गया ।दरअसल, मोदी को भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विशेष आग्रह किया जा सकता है।अमेरिका दौरे पर जा रहे मोदी इजिप्त की यात्रा भी कर सकते है।भारत के नजदीक लाने के लिए इजिप्त की यात्रा भविष्य के लिए भारत के लिए महत्वपूर्ण होगी।इजिप्त के राष्ट्रपति अब्देल फतेह 26 जनवरी 2023 को विशेष मेहमान के तौर पर रास्ट्रीय फेस्टिवल में शामिल हुए थे।उस समय भारत और अरब के संबंधों को ऊंचाइयों पर ले जाने की बातचीत हुई थी।वसुधैव कुटुम्बकम की भावना रखने वाला भारत किसी भी देश की मजबूरी का फायदा नही उठाता है।इजिप्त और पश्चिमी देश इस बात को जानते भी है।भारत विश्वस्तरीय विश्वास पात्र रहा है ।आगामी दिनों में जी 20 की बैठक का आयोजन होगा और इसमें इजिप्त को भी निमंत्रण भेजा है।मोदी राजनयिक संबंधों को मजबूती देने के लिए प्रयासरत है।भारत फिर से विश्वगुरू बनने जा रहा है।
कांतिलाल मांडोत

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