सचिन में दुर्गापूजा का भव्य आयोजन, उधर- शहर में पहली बार 971 जैन धर्मावलंबी एक साथ 47 दिनों तक उपधान तप करेंगे
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
:सचिन में दुर्गापूजा का भव्य आयोजन, उधर- शहर में पहली बार 971 जैन धर्मावलंबी एक साथ 47 दिनों तक उपधान तप करेंगे
सूरत 21 अक्टूम्बर
कांतिलाल मांडोत
सचिन के कनकपुर, नेताजी शॉपिंग सेंटर में ओडिशा वासियों की ओर से दुर्गापूजा का भव्य आयोजन किया गया है। समाज की ओर से पिछले 25 साल से लगातार दुर्गापूजा का आयोजन किया जा रहा है। नवरात्रि में पंडाल लगाकर नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। सचिन एक औद्योगिक क्षेत्र है, यहां श्रमिकों की संख्या अधिक है। देश के अलग-अलग राज्यों के लोग रहते और मिल, कारखानों में काम करते हैं। इसके साथ ही साथ अपने समाज के अनुसार सभी त्योहार मनाते हैं।
श्री जगन्नाथ चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व नगर सेवक विजय पटनायक ने बताया कि समाज की ओर से पिछले 25 सालों से यहां दुर्गापूजा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। समाज के लोग भक्तिभाव से इस पर्व को मनाते हैं। स्थानीय पार्षद, सांसद, पुलिस और जिला प्रसाशन की ओर से भरपूर मदद मिलती है। अध्यक्ष पटनायक ने बताया कि देवराज जेना, टिल्लू पांडा, नीलानचंद दास, सुभाष पोलाई तथा शंकर साई और अन्य सदस्यों की ओर से दुर्गापूजा का आयोजन किया जाता है।
वेसू में सिद्धिपथ दर्शक श्री उपधान तपोत्सव का आयोजन
टेक्सटाइल, डायमंड के साथ ही सूरत की पहचान धार्मिक नगरी के रूप में होती है। यहां समय-समय पर कड़े बड़े धार्मिक आयोजन होते रहे हैं। इसी क्रम में वेसू के बलर फार्म, तपोभूमि यशोकृपा नगरी में असारा निवासी कोरडिया भारमल मालजी परिवार की ओर से सिद्धिपथ दर्शक श्री उपधान तपोत्सव का 24 अक्टूबर से भव्य आयोजन किया गया है।
भक्तियोगाचार्य प.पू. आ.भ. श्री यशोविजय सूरीश्वर, शास्त्र संशोधक, रत्नसुंदर सुरीश्वर की निश्रा में 971 से अधिक आराधक 47 दिनों तक उपधान तक और 23 सामूहिक दीक्षा लेंगे।
भारमल मालजी परिवार के सदस्य जयंतीलाल कोरडिया, दिनेश कोरडिया, रसिकभाई कोरडिया, मुकि्तलाल कोरडिया और प्रवीण कोरडिया ने पत्रकारों को सिद्धिपथ दर्शक श्री उपधान तपोत्सव कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सूरत शहर में पहली बार एक साथ 971 आराध्क 47 दिनों तक उपधान तप करेंगे। आराधक 47 दिनों तक साधु जीवन जिएंगे। इस दौरान किसी प्रकार की भौतिक सुविधा का लाभ नहीं ले सकेंगे। 47 दिनों तक उपवास, तप करेंगे और घर का परित्याग करके रात में यही विश्राम करेंगे। 48 घंटे में केवल एक बार भोजन करेंगे।
उपधान तप में शामिल होने के लिए अमेरिका, दुबई, मुंबई और इंदौर के आराधक सूरत आएंगे। आयोजकों की ओर से डेढ़ लाख वर्गमीटर में पंडाल लगाकर आराधकों के रहने, खाने, तप करने की व्यवस्था की गई है।
23 अक्टूबर, सोमवार को सुबह 6:00 बजे यशोकृपा नगरी का उद्घाटन होगा और इसके साथ ही गुरु भगवंत प्रवेश करेंगे। शाम को 7:00 बजे उपधान तप की भावयात्रा के दौरान मुंबई के अतुलभाई दाढ़ी अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। 24 अक्टूबर को सुबह 7:00 बजे उपधान तप के आराधक यशोकृपा नगरी में प्रवेश करेंगे। द्वितीय प्रवेश 26 अक्टूबर को होगा। 20 नवंबर को सिद्धिपथ दर्शक श्री उपधान तपोत्सव के अंतर्गत 23 दीक्षा के कार्यक्रम की शुरुआत होगी। 30 नवंबर को वरसीदान यात्रा, महा आरती समेत कई कार्यक्रम होंगे। 1 दिसंबर को सुबह 5:30 बजे दीक्षा विधि प्रारंभ होगी। इसके बाद पंचद दिवसीय माला रोपण उत्सव और 9 दिसंबर को पूजन, 10 दिसंबर को मेंहदी रस्म, 11 दिसंबर को उपधान आराधकों का सम्मान किया जाएगा। 12 दिसंबर को उपधान के आराधकों की शोभायात्रा निकाली जाएगी। 13 दिसंबर को सुबह आराधकों की मोक्षमाला विधि के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space