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सद्ज्ञान पूर्ण प्रवचनों के श्रवण से जीवन को नयी दिशा मिलती है-जिनेन्द्रमुनि मसा*

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तिथि 16 नवम्बर को वर्षावास पूर्णाहुति एवं 17 नवम्बर को उमरणा गोशाला में राष्ट्र संत गणेशमुनि शास्त्री का स्मृति दिवस समारोह
*सद्ज्ञान पूर्ण प्रवचनों के श्रवण से जीवन को नयी दिशा मिलती है-जिनेन्द्रमुनि मसा*
कांतिलाल मांडोत
गोगुन्दा 15 नवम्बर
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में आयोजित धर्मसभा में जिनेन्द्रमुनि मसा ने कहा कि अनुभवी सद पुरुषों के प्रवचनों के श्रवण करने से जीवन को निश्चित ही नयी दिशा प्राप्त होती है।आज हमारी पिछली पीढ़ी में यदि भटकाव बढ़ रहा है या उनमे चरित्र निर्माण की प्रक्रिया ठप्प हो रही है तो इसका सबसे बड़ा कारण है सद ज्ञान श्रवण का अभाव।आज के माता पिता अपनी संतानों को व्यवहारिक अध्यन कर देने के तुरंत बाद जीवन के कार्य क्षेत्र में उतार देते है।उनकी शादियां रचा देते है।व्यवसाय में बढ़ा देते है।किंतु वे तथा कथित पढ़े लिखे युवक तुवती जीवन के यथार्थ से प्रायः अपरिचित ही रखते है।धर्म अधर्म नैतिक अनैतिक मूल्यों के विषय में उनका ज्ञान नगण्य होता है,उस स्थिति में में वे भटक जाए तो आश्चर्य नही होना चाहिए।जिनेन्द्रमुनि ने कहा जीवन मूल्यों का ज्ञान अनुभवी,श्रेष्ठ सच्चरित्र महानुभावो,गुरुजनों के संपर्क और उनके सारगर्भित प्रवचनों से प्राप्त होता है।ज्ञान श्रवण करने से मानव की समझ उसी तरह ज्योतिर्मान हो जाती है जैसे बुझे हुए दिये की लौ जलाते ही प्रकाश हो जाता है।प्रवीण मुनि ने कहा नियम व्रत जीवन के लिए वे विधान है जो जीवन की उपयोगिता को अनेक गुणा बढ़ा देते है।मुनि ने कहा धर्म का प्रारम्भ नमो अर्थात नमन से होता है ।अहंकार में कोई धर्म नही टिकता।भगवान महावीर ने अहंकार को सर्वाधिक हेय बताया।रितेश मुनि ने कहा कि पुण्यपार्जन से जीवन खुशहाल बन जाता है।परिवार में किसी भव्य और दिव्य आत्मा का संसर्ग मिल जाता है।उसके पुण्य से परिवार में सुखमय वातावरण पैदा हो जाता है।व्यक्ति को जीने से अपनी शैली में परिवर्तन लाना चाहिए।आज व्यक्ति जो करता है उसका तत्काल परिणाम चाहता है।धैर्य और ओर प्रतीक्षा आज उसके पास नही है।वह जो कुछ भी करता है।व्यग्रता में ही करता है।प्रभातमुनि ने कहा जीवन बहती धारा है।यह धारा प्रतिक्षण नया कुछ ले लेती है।और कुछ छोड़ भी देती है।मुनि ने कहा वर्षावास पूर्णाहुति की और है।तिथि 16 नवम्बर को उमरणा में ही दूसरे भवन में चातुर्मास परिवर्तन होगा।जिसके तहत संतो का प्रवचन कार्यक्रम के बाद चातुर्मास परिवर्तन के लिए विहार होगा।17 नवम्बर को उमरणा महावीर गोशाला स्थित राष्ट्रसंत प्रवर्तक पूज्य गणेशमुनि मसा शास्त्री का 10वा पूण्य स्मृति दिवस समारोह रविवार को भव्य आयोजन उमरणा के स्थानक भवन में होगा ।कार्यक्रम के बाद गौतम प्रसादी का आयोजन किया जा रहा है। आज प्रवचन सभा मे मोहनलाल सोलंकी ख्यालीलाल सोलंकी खुबिलाल लौढा नरेशकुमार मांडोत रतनलाल मांडोत मोतीलाल मांडोत आदि उपस्थित रहे।

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