नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे 9974940324 8955950335 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , सूरत: वेसू में निर्माणाधीन आवास पर सामान ढोने की लिफ्ट में फंसने से एक साल के बच्चे का कंधे से हाथ कट गया – भारत दर्पण लाइव

सूरत: वेसू में निर्माणाधीन आवास पर सामान ढोने की लिफ्ट में फंसने से एक साल के बच्चे का कंधे से हाथ कट गया

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

सूरत: वेसू में निर्माणाधीन आवास पर सामान ढोने की लिफ्ट में फंसने से एक साल के बच्चे का कंधे से हाथ कट गया

मां बच्चे को तौलिए में लपेटकर ले जा रही थी, तभी तौलिया लिफ्ट में फंस गई
सूरत 9 दिसम्बर
वेसू में महानगर पालिका के निर्माणाधीन आवास में काम करने वाले मजदूर की पत्नी एक साल के बेटे को तौलिए में लपेट गोद में लेकर जा रही थी, तभी तौलिया लिफ्ट में फंस गई और बच्चे का हाथ कंधे से कटकर अलग हो गया। बालक जोर-जोर से चिल्लाने लगा, बेटे के कटे हुए हाथ को देखकर मां के पैरों तले से जमीन खिसक गई। आवास में काम करने वाले सभी मजदूर इकट्‌ठा हो गए और बच्चे को तुरंत सिविल अस्पताल ले गए। बच्चे को वार्ड में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मजदूर सिविल अस्पताल में बच्चे का कटा हुआ हाथ लेकर आए थे, जिसे देखकर डॉक्टर भी चौंक उठे।
बिहार का मूल निवासी मुकेश राव पत्नी के साथ वेसू में महानगर पालिका की ओर से बनाए जा रहे प्रधानमंत्री आवास में काम करता है। उसे दो संतान हैं। छोटे बेटे प्रिंस की उम्र महज एक साल है। मुकेश शनिवार को सुबह ए बिल्डिंग में काम कर रहा था। उसकी पत्नी प्रिंस को तौलिए में लपेटने के बाद गोद में लेकर जा रही थी, तभी तौलिया सामान ढोने वाली लिफ्ट में फंस गई। हादसे में प्रिंस का दाहिना हाथ कंधे से कटकर अलग हो गया। घायल बच्चे को सुपरवाइजर की कार में सिविल अस्पताल ले जाया गया। ट्राॅमा सेंटर में प्राथमिक उपचार करने के बाद बच्चे को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

April 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930