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अहिंसा कायरता नही सिखाती,अहिंसा विरो का धर्म-जिनेन्द्रमुनि मसा*

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*अहिंसा कायरता नही सिखाती,अहिंसा विरो का धर्म-जिनेन्द्रमुनि मसा*

कांतिलाल मांडोत
गोगुन्दा 25 जुलाई
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ के तत्वावधान में आयोजित धर्म सभा मे जिनेन्द्रमुनि मसा ने कहा कि अहिंसा विरो का धर्म है ।अहिंसा कायरता नही सिखाती है।अनन्त ज्ञानियों के हदय कोष से सर्व जीवो के सुख एवं कल्याण के लिए अहिंसा की अमृतमयी वृष्टी हुई है।भगवान महावीर ने भी मत मारो का संदेश दिया है महावीर ने अहिंसा व्रत का पालन करते हुए यह सिद्ध किया कि बिना अहिंसा के कोई भी व्यक्ति संसार सागर से मुक्त नही हो सकता है।अहिंसा प्रवृति और निवृति दो प्रकार की होती है।जीवो के प्राणों का हनन करना हिंसा है।संत ने कहा कि मन मे उठने वाले भाव भी हिंसा है।क्रोध व अहंकार से जुठ कपट लालच चोरी व्यभिचार एवं अभक्ष्य खानपान और अनैतिक आचरण से अपने जीवन को दुःखमय बनाकर आत्मा को मिथ्यात्व व अज्ञान के अंधकार में गिराना भाव हिंसा है।रीतेश मुनि मसा ने धर्म को जीवन मे धारण करने के लिए कहा औरमुनि ने कहा जिनके जीवन मे धर्म नही है।वह व्यक्ति पत्थर समान है। जिस प्रकार दो पहियों के आधार पर एवम दो पंखों के सहारे अपने गंतव्य स्थान को आसानी से से पहुंचता है।उसी प्रकार धर्म और विज्ञान दोनों के मेल से ही जीवन व्यवहार अच्छी तरह चलता है।मुनि ने जीवन मे राग द्वेष मोह माया से दूर रहकर धर्म आचरण करने के लिए आह्वान किया।धर्म अत्यंत शुक्ष्म और सारगर्भित व्याख्या है।संत ने कहा कि जीवन की इस आपाधापी में पल भर का भरोसा नही है।वही इंसान सात पीढ़ी की सोच में चिंताग्रस्त है।सात पीढ़ियों की फिक्र में आदमी का जीवन ही बीत जाता है।धर्म अधर्म और द्रव्य अपने अपने अस्तित्व को धारण किये हुए है।प्रभातमुनि मसा ने कहा कि समय बड़ा बलवान है।समय की हर व्यक्ति को कीमत समझनी होगी।जो लोग प्रमाद में अपना कीमती समय नष्ट कर रहे है।वे नादान है।समय किसी का इंतजार नही करता है।समय का हर एक व्यक्ति और यहाँ तक प्रकृति भी समय के अधीन है।जो लोग समय को नही समझते वे अनायास जीवन के महत्वपूर्ण पहलू को पीछे छोड़ जाते है।समय की मार से कोई बच नही सकता है।प्रभातमुनि ने कहा कि समय की एक करवट से राजा रंक बन जाता है।वही एक भिखारी करोड़पति बन जाता है।सत्संग में भाग लेने उदयपुर से समाजसेवी अम्बालाल जैन, सेहरप्रान्त से कन्हैयालाल केसुलाल तुलसीराम सुथार पवन जैन नारायण सिह नारायण रिसोर्ट पुनावली एवं महिला मंडल की बहने उपस्थित रही।

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