झलझुलनी एकादशी पर गोगुन्दा में ठाकुरजी भ्रमण पर निकले,फूलों की टोकरी पर विराजमान प्रभु को पालकियों से गांवो में मार्गो से निकाले*

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*झलझुलनी एकादशी पर गोगुन्दा में ठाकुरजी भ्रमण पर निकले,फूलों की टोकरी पर विराजमान प्रभु को पालकियों से गांवो में मार्गो से निकाले*
कांतिलाल मांडोत
गोगुन्दा 14 अगस्त
गोगुन्दा सायरा एवं ओगणा क्षेत्र के कई मंदिरों से ठाकुरजी की पालकी यात्रा में सैंकड़ो भक्त शामिल हुए।झलझुलनी एकादशी के पावन दिवस पर भगवान की नगर भ्रमण में श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।सायरा क्षेत्र के पदमनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली।क्षेत्र के अनेक गांवो से लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा।लोगो की भारी भीड़ के चलते पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया।गांवो में फूलों की सजी पालकियों में ठाकुरजी बिराजमान हुए।
भक्तों के जयकारों से वातावरण भक्तिमय बन गया।सैकड़ो श्रद्धालुओं ने पदमनाथ मन्दिर में धोक लगाकर ठाकुरजी का आशीर्वाद लिया।फूलों से सजी पालकियों एवं शंख जालरो की मधुर ध्वनि से पदमनाथ मन्दिर के वातावरण से श्रद्धालु भाव विभोर नजर आए।हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की की मीठी ध्वनि लोगो की श्रद्धा में वृद्धि करती हुई प्रतीत हो रही थी।वास गांव में ठाकुरजी की पालकी निकाली गई।हर गांव में शांति के साथ झलझुलनी एकादशी के पर्व का लुफ्त उठाते हुए नवयुवक एवं युवतिया ने ठाकुरजी के जयकारे लगाते हुए गुलाल की बौछार करते नजर आए।पदमनाथ मन्दिर के दर्शन के लिए गोगुन्दा सहित ओगणा से लोगो का हुजूम उमड़ा।पदमनाथ मन्दिर से पालकी यात्रा निकाली गई। इस बीच दीवारें झरने लगी।गांवो से लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा।फलश्रुति है कि गोमती नदी ठाकुरजी से मिलने आई है।सायरा के तरपाल गांव में पालकी यात्रा निकाली गई।ठाकुरजी के श्रृंगारित पालकी पर खुशनुमा फूलों को सजाया गया।तरपाल मुख्य चौराहा से चारभुजा मन्दिर होती हुई पालकी को सरोवर पर ले जाया गया।सैकड़ो भक्तों के जयकारों से पालकी यात्रा का वातावरण देखते बन रहा था।चारभुजा मन्दिर के समीप तालाब में जलविहार करवाकर सामूहिक आरती की गई।तरपाल में ठाकुरजी का स्वागत कर आशीर्वाद ग्रहण किया।भक्तों ने प्रसाद एवं भेंट धरकर भगवान से सुख समृद्धि की कामना की गई।।महिलाओ ने मंगल गीत गाये।अनेक जगह ठाकुरजी को भोग लगाया।
पुष्प वर्षा करते हुए जयकारे लगाते हुए युवा आगे बढ़ रहे थे।पालकी यात्रा में भंवरलाल सुथार भँवरसिह भोपाजी खुमानसिंह राजपूत विक्रमसिंह सुरेश जोशी राधेश्याम गर्ग नानालाल सुथार गणेश श्रीमाली मुकेश श्रीमाली जगदीश श्रीमाली एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।

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