*उमरणा में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई,स्कूल के छात्र छात्राओं ने नाटक प्रस्तुत किया*
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
*उमरणा में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई,स्कूल के छात्र छात्राओं ने नाटक प्रस्तुत किया*
कांतिलाल मांडोत
गोगुन्दा 26 अगस्त
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावकसंघ उमरणा में स्थानक भवन में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में विविध सांस्कृतिक एवम धार्मिक आयोजन किया गया।जिनेन्द्रमुनि मसा ने अपनी प्रवचन माला में श्री कृष्ण की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री कृष्ण से भला कौन परिचित नही होगा।
आसुरी शक्तिया प्रभाव दिखा रही थी।वे अपने साथ विपदाएं लेकर आए।आज के दिन भारत की पावन धरा पर कृष्ण का जन्म हुआ है।श्री कृष्ण वासुदेव भ्रमण हेतु निकले थे।उन्होंने मार्ग में पड़ा हुआ कुत्ता दिखाई दिया।वह मर चुका था।प्रभु श्री कृष्ण ने कहा कि देखो कुत्ते की दांत उसकी दन्तावली कितनी चमक रही है।संत ने कहा श्री कृष्ण गुणग्राही थे।दूसरो का गुण देखते थे।अवगुण नजरअंदाज करने वाले थे।
मुनि ने कहा जब भी इस पुण्य भूमि में आडम्बर और पाखंड सिर उठाने लगता है तब धर्म का वास्तविक उत्थान करने हेतु महान ऐसी शक्तियां पैदा होती है।हमारे आराध्य देव को आज विश्व समुदाय पूजता है।प्रवीण मुनि ने कहा कि शील कुँवरजी और जिनेन्द्रमुनि मसा का जन्म दिवस मनाने के लिए आज हम सभी एकत्रित हुए है।गुरुणी शील कुँवरजी मसा पुण्यशाली आत्मा थी।साध्वी का प्रभाव हम संतो पर भी पड़ा था ।श्री कृष्ण की जन्म जयंती मना रहे है।उन्होंने सदैव सत्य का पक्ष लिया था ।रितेश मुनि मसा ने कहा जन्माष्टमी के पावन दिवस पर शील कुँवरजी मसा एवं जिनेन्द्रमुनि मसा का जन्म दिवस मना रहे है।मुनि ने कहा शील कुँवरजी हमारे साथ ही है।
उमरणा में स्थापित समाधि का जिक्र करते हुए कहा कि वे सदैव हमारे साथ है।मुनि ने कहा भगवान कृष्ण सत्य के पक्षधर थे।वे शक्ति के प्रबल पक्षधर थे।मुनि ने कहा कि बच्चो ने कृष्ण सुदामा का नाटक प्रस्तुत किया।उससे श्रोता भाव विभोर हो गए।मुनि ने जिनेन्द्रमुनि मसा को जन्म दिवस की बधाई दी ।जिनेन्द्रमुनि मसा को चादर संप्रेम भेंट कर अभिवादन किया।संतो के चरणों मे समर्पित कर बधाई दी।श्री कृष्ण को गायों की दिशा देखकर करुणाजन्य दिखाई देती थी।मुनि ने कहा गौशाला में गाय है और बीमार अवस्था मे है।आज दान पुण्य का अवसर मिला है।प्रभातमुनि मसा ने कहा राग और द्वेष से बचकर रहना चाहिए।क्योंकि राग एक बंधन है।इन बुराइयों से दूर रहना होगा ।शील कुँवरजी मसा की जन्मजयंती एवं जिनेन्द्रमुनि मसा की जन्म जयंती पर शुभकामनाएं प्रेषित की गई।सुहावतो का गुड़ा से नवज्योति स्कूल के बच्चों ने कृष्ण सुदामा का नाटक किया गया।कृष्ण एवम सुदामा के मिलन पर उपस्थित श्रावकसंघ भावुक हो गया।गोगुन्दा स्कूल से विद्यालय के छात्र छात्राओं ने पप्रस्तुति दी।जिसमे श्री कृष्ण का जन्म वसुदेव की पत्नी देवकी कुक्षी से हुआ था।देवकी की आठवीं संतान को सुरक्षित गोकुल भेज दिया दिया।इस नाटक के रूपांतर पर उपस्थित श्रावक श्राविकाओं ने हर्ष के नाद के नारे से भवन गुंजायमान किया गया।
उदयपुर से विहार यात्रा के पदाधिकारियों और श्रावकों का आगमन हुआ।तपस्वियों का बहुमान किया किया।जीवदया एवं गौशाला में दान दाताओं ने राशि भेंट की गई।सेहरा प्रान्त उदयपुर ओगणा से श्रावक श्राविकाओं का हुजूम उमड़ पड़ा।संघ के पदाधिकारियों घोषित राशि मे नाम उच्चारण किया।बहनों ने जन्म जयंती के उपलक्ष्य में गितिकाये प्रस्तुत की गई।
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space