महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सायरा स्कूल के बाहर आर्ट्स विषय की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन

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महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सायरा स्कूल के बाहर आर्ट्स विषय की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन
उदयपुर 14 जुलाई
कांतिलाल मांडोत
गोगुन्दा तहसील के सायरा पंचायत समिति स्कूल में छात्रों के लिए राह आसान नही है।महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सायरा में पढ़ाई जाने वाले आर्ट्स के छात्रों को साइंस पढ़ने की मजबूरी है।अपने करियर बनाने के लिए विषय का चयन कर उसी विषय मे पढ़ाई करने की खुशियों के बीच राज्य सरकार की शिक्षा नीति के बदलाव का असर छात्रों के भविष्य पर पड़ता दिख रहा है।विद्यार्थियों के विषय का चयन उनके मर्जी के बजाय उनकी हालात पर निर्भर करता है।विद्यार्थी आर्ट्स स्ट्रीम में करियर बनाना चाहता है लेकिन उनका स्ट्रीम करियर बदलने के लिए मजबूर कर देती है।साइंस स्ट्रीम के विकल्प तो तेजी से बढ़ रहे है।लेकिन सायरा में आर्ट्स स्ट्रीम के मौके नही है।हालात यह है कि सायरा विद्यालय में साइंस पढ़ने के लिए विद्यार्थियों को मजबूर होना पड़ रहा है।11वी और 12वी में प्रवेश होने और एडमिशन की सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आर्ट्स के विद्यार्थियों के लिए मुश्किलें पैदा हो गई है।उपरोक्त विद्यालय में आर्ट्स के सभी विषयों के लिए कोई अध्यापक नही है।और कोई सुविधा उपलब्ध भी नही होने के कारण छात्र छात्राओं के अभिभावकों को लिए परेशानी बन गई है। आज दोपहर स्कूल के बाहर अभिभावकों के साथ छात्र छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया।छात्र अपना भविष्य आर्ट्स में बनाना चाहते है।
आंचलिक क्षेत्र के आसपास के गांवो से स्कूल में पढ़ाई के लिए आने वाले करीब 20 छात्रों को सायरा से दूर 70 किमी उदयपुर जाने के सिवा कोई विकल्प नही है।उपरोक्त स्कूल में प्रवेश फीस अदा की जा चुकी है।इस परेशानी का कोई हल नही मिलने के कारण छात्र परेशान है।सामाधन के दूसरे पहलू पर विचार किया जाए तो भी विद्यार्थियों को उदयपुर का ही रुख किया जा सकता है।क्योंकि अन्य स्कूलों में एडमिशन क्षमता पूर्ण हो चुकी है।20 छात्रों के लिए क्षेत्र में अन्य जगह एडमिशन की संभावना कम है।11वी के 20 छात्रों को चिंता खाए जा रही है।सायरा विद्यालय के अनिल वैष्णव ने बताया कि पूर्व में अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाई करने के बाद अब हिंदी मीडियम को पढ़ना और समझना मुश्किल होता जा रहा है।विद्यालय प्रशासन के अनुसार छात्रों को साइंस विषय पढ़ाया जाएगा इसको लेकर ग्रामीणों और छात्रों का कहना है कि सरकार और शिक्षा विभाग को संज्ञान लेकर आर्ट्स पढ़ने वाले छात्रों के लिए विद्यालय में ही सारी सुविधा उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।जिसके लिए उदयपुर का रुख नही करना पड़े। राज्य सरकार ने महात्मा गांधी साइंस विद्यालय में साइंस फैकल्टी अनिवार्य कर दी है।गरीब और मध्यम वर्ग परिवार के लिए शहर का खर्च उठाने के लिए शशक्त नही है।बच्चो की पढ़ाई को लेकर अभिभावक चिंता में रहते है।लिहाजा,गरीब और दारुण स्थिति में अभिभावकों के लिए एक गांव से शहर तक पढ़ाई के लिए भेजने की बड़ी चुनौती से कम नही है।छात्र छात्राओं और अपने पेरेंट्स इस असफलता को पचा नही पा रहे है।उसके लिए विद्यार्थी और अभिभावक सिस्टम के खिलाफ नाराजगी जाहिर की गई है।
*इनका कहना है*-राज्य सरकार के नियमों का हम पालन कर रहे है।11वी के छात्र साइंस नही पढ़ना चाहते है तो अन्यत्र स्कूल में एडमिशन ले सकते है।महात्मा गांधी स्कूल के लिए सरकार के नियमो के आधार पर साइंस पढ़ाना जरूरी है।इसके उपरांत हम विभाग को प्रस्ताव भेज देंगे-
कृष्णावतार सैनी
अतिरिक्त मुख्य शिक्षा अधिकारी,सायरा

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